उत्तराखंड

जिला मुख्यालय में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में विभागीय प्रगति समीक्षा बैठक हुई

*जिला मुख्यालय में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में विभागीय प्रगति समीक्षा बैठक आयोजित*

जिला मुख्यालय विकास भवन, रोशनाबाद, हरिद्वार में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती आकांक्षा कोण्डे की अध्यक्षता में जिला स्तरीय विभागीय प्रगति समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में परियोजना निदेशक डीआरडीए श्री कैलाश नाथ तिवारी, जिला विकास अधिकारी श्री वेदप्रकाश, सहायक परियोजना निदेशक सुश्री नलिनीत घिल्डियाल, जिला परियोजना प्रबंधक (ग्रामोत्थान) श्री संजय सक्सेना, समस्त विकासखंड अधिकारी, ब्लॉक मिशन प्रबंधक, डीपीओ सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

बैठक में ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के सहयोग से संचालित एंटरप्राइजेज की विस्तृत समीक्षा की गई। मुख्य विकास अधिकारी ने समस्त खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे व्यक्तिगत रूप से इन एंटरप्राइजेज का स्थलीय निरीक्षण करें और उनकी वास्तविक स्थिति की रिपोर्ट जिला मुख्यालय को प्रस्तुत करें। साथ ही, विकासखंड स्तरीय स्टाफ के साथ साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित कर उसकी रिपोर्ट भी जिला मुख्यालय को भेजने के निर्देश दिए गए। 3 मार्च 2025 को बहादराबाद, भगवानपुर, खानपुर और 4 मार्च 2025 को नारसन, रुड़की, लक्सर के खंड विकास अधिकारियों को सभी एंटरप्राइजेज का रिव्यू प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया।

इसके अलावा, मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), पीएमजीएसवाई, ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना, और NRLM के लक्ष्यों की प्रगति पर विस्तृत चर्चा की गई। मुख्य विकास अधिकारी ने मनरेगा के तहत कार्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति, कृषि आधारित एवं प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन (NRM) कार्यों को मानकों के अनुसार पूरा करने, और समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत सभी पात्र लाभार्थियों के सर्वे को 31 मार्च 2025 तक पूरा करने का निर्देश दिया गया। NRLM के अंतर्गत प्राप्त बजट का 15 मार्च तक शत-प्रतिशत उपयोग करने और समूहों की गतिविधियों की सत्यापन रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।

ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के अंतर्गत प्रस्तुत किए गए बिजनेस प्लान की गुणवत्ता पर असंतोष व्यक्त किया गया। खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे व्यक्तिगत रूप से इसकी समीक्षा करें और BMMs स्तर से पुनः जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। नॉन-फार्म और फार्म आजीविका के सभी प्रस्तावों की निगरानी कर समूहों की गतिविधियों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया।

नारसन विकासखंड के ग्राम विकास अधिकारी वीरेंद्र की अनुपस्थिति और लापरवाही पर DDO को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए गए, साथ ही निरीक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत न करने वाले अधिकारियों को चेतावनी जारी करने को कहा गया।

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