प्रदीप चौधरी/लक्सर।
पशुओं में फैल रही लंपी स्किन रोग को लेकर पशु पालन विभाग पूरी तरह से चौकन्ना हो गया है। पशुपालन विभाग की टीम ने लक्सर व खानपुर में करीब पांच हजार तीन सौ पचास पशुओं के टीकाकरण का कार्य पूरा कर लिया है, गुरुवार को भी विभाग की टीम ने एक दर्जन से अधिक पशुओं के टीकाकरण का कार्य किया तथा ग्रामीणो को बीमारी के बारे में जानकारी देने के साथ ही पशुओं का ठीक प्रकार से ख्याल रखने के टिप्स भी दिए है।
उत्तराखंड का जनपद हरिद्वार कृषि बाहुल्य क्षेत्र है इसी के साथ ही यहां के किसानों द्वारा बड़ी संख्या में पशुपालन का कार्य भी किया जाता है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से पशुओं में लंपी स्किन रोग फैला हुआ है। जिसकी वजह से किसान अपने पशुओं को लेकर बेहद ही चिंतित है। पशुओं में लंपी स्किन रोग फैलने के बाद पशु पालकों के साथ ही पशुपालन विभाग की नींद भी उड़ी हुई है, विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर पशुओं के टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है।
लक्सर के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह ने बताया कि केहड़ा, भुरना आदि अनेक गांव मे लगभग ग्यारह सौ पशुओ के टीकाकरण का कार्य किया गया है। डॉक्टरो ने बताया कि वैक्सीनेशन करने के साथ ही पशु पालकों को पशुओं का विशेष ख्याल रखने की जानकारी दी जा रही है। वही बीमारी की आशंका होने पर पशुपालन विभाग को सूचना देने के लिए भी कहा जा रहा है। उन्होने बताया कि रोग से पीड़ित पशु दिखाई देने पर उसे अन्य पशुओ से अलग बांधे तथा वही शाम के समय पशुओं के आसपास धुआ कर दे तथा उनके आसपास गंदा पानी भी जमा नही होने दे।
खानपुर के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ गुरप्रीत सिंह सचदेवा ने बताया कि मंगलवार को क्षेत्र के खानपुर, लालपुर, ब्राह्मणवाला, गिद्धावाली, भोवावाली, मोहनावाला, दल्लावाला, शेरपुर ग्रामीण क्षेत्रों मे जाकर पशुओं का टीकाकरण किया गया है। उन्होने बताया कि पशुओं को वैक्सीन लगाई जा रही है। उन्होने यह भी बताया कि अभी तक लंपी स्किन रोग केवल गोवंश में ही देखने को मिल रहा है। उन्होने बताया कि अभी तक लगभग पंद्रह सौ पशुओं के टीकाकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है।
गोवर्धनपुर के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर कमल कांत यादव ने बताया कि अभी तक उनके गोवर्धनपुर, न्यामतपुर, मिर्जापुर, रुहालकी, प्रहलादपुर क्षेत्र में 16 से पशुओं का टीकाकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है। वही रायसी के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अमित कुमार ने बताया उनके क्षेत्र के हबीबपुर, सैदाबाद, बॉडीटीप, टांडा भागमल, अलावलपुर में भी लगभग 1150 पशुओं के टीकाकरण का कार्य किया गया है।