उत्तराखंड

हरिद्वार सीसीआर के पीछे शिवपुल पर अत्यधिक भीड़ होने कारण भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई

हरिद्वार ।हरिद्वार सीसीआर के पीछे शिवपुल पर अत्यधिक भीड़ होने कारण भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।
भगदड़ के कारण 15 लोग घायल हो गए जिसमें 01 की घटनास्थल पर ही मृत्यु तथा 10 लोगों की गंगा नदी में डूबने की सूचना प्राप्त हुई।
चार धाम यात्रा को सुरक्षित एवं सुव्यस्थित दंग से संचालित करने के उद्देश्य से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जिला आपदा प्रबंधन व जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वधान में किया गया मॉक अभ्यास/ मॉक ड्रिल।
मॉक ड्रिल हेतु आपदा कंट्रोल रूप से प्राप्त को 09:40 पर सूचना प्राप्त हुए की हरिद्वार में सीसीआर के पीछे शिवपुल पर अत्यधिक भीड़ होने के कारण भगदड़ के स्थिति उत्पन्न हो गई, सूचना प्राप्त होते ही जिलाधिकारी के निर्देशन में 9:45 बजे आइआरएस सिस्टम को एक्टिवेट किया गया तथा जिला प्रशासन द्वारा 9:48 बजे रेस्पॉन्स किया गया अर्थात रेस्पॉन्स टाइम 8 मिनट के भीतर रहा। आपदा प्रबंधन टीम राहत एव बचाव कार्य के लिए घटना स्थल के लिए रवाना किया गया जिसमें जिला प्रशासन के अधिकारी,पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ,आपदा मित्र मेडिकल टीम ओर स्वयंसेवकों की टीम के द्वारा बचाव एवं राहत कार्य किया गया।
मॉक ड्रिल की घटना के दृष्टिगत राहत एवं बचाव कार्य हेतु स्टेजिंग एरिया ऋषिकुल मैदान में तैयार किया गया, जहां से राहत एवं बचाव कार्य का संचालन किया गया । इस भगदड़ में 15 लोगों के घायल हुए जिसमें से 01 व्यक्ति के घटना स्थल पर मृत्यु होने तथा 04 गंभीर रूप से घायल होने तथा 10 सामान्य रूप से घायल हुए, उनमें से 10 सामान्य घायल को रिलीफ सेंटर ईलाज हेतु भेजा गया 04 गम्भीर रूप से घायलों को उपचार हेतु अस्पताल भेजा गया, इस भगदड़ में 10 लोगों के गंगा में डूबने की सूचना प्राप्त हुए जिन्हें जल पुलिस गोताखोरो द्वारा तत्काल रेस्क्यू करते हुए सुरक्षित निकल गया जिसने से 01 गंभीर घायल को चिकित्सालय में तथा 04 लोगों को रिलीफ कैंप में इलाज के लिए भेजा गया , आंशिक रूप से घायल 05 व्यक्तियों का घटना स्थल पर ईलाज कर उनको घर के लिए भेज दिया गया।
आगामी चार धाम यात्रा को सुरक्षित एवं सुव्यस्थित दंग से करने के लिए तथा किसी भी आपदा से निपटने के लिए जिला अधिकारी कर्मेंद्र सिंह के निर्देशन में जनपद में मॉक ड्रिल के आयोजन किया गया,जिसमें विभिन्न विभागों की भागीदारी रही जिसमें कम से कम समय में सभी के सहयोग से राहत एवं बचाव कार्य सफलता पूर्वक संपन्न कार्य गया। मॉक ड्रिल अभ्यास के संचालन स्ट्रेचिंग एरिया ऋषिकुल मैदान में बनाया गए तथा स्ट्रेचिंग एरिया मैनेजर डिप्टी कलेक्टर लक्ष्मी राज चौहान के नेतृत्व में किए गया।
डिब्रीफिंग के दौरान जनपद आपततकालीन परिचालन केंद्र में मुख्य विकास अधिकारी एवं इंसिडेंट कमांडर आकांक्षा कोंडे, एसपी सिटी पंकज गैरोला, ऑब्जर्वर लेफ्टिनेंट कर्नल सीजी सिंह, एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर राहुल, असिस्टेंट कमानडेंट राकेश रावत, इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सरिता पवार, जिला पूर्ती अधिकारी तेजबल सिंह, पीडी के एन तिवारी, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, रेड क्रॉस सोसायटी सचिव डॉ. नरेश चौधरी सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी आदि उपस्थित थे।

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