हरिद्वार।(अमित शर्मा)।
उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार के 11वें दीक्षांत समारोह में अनूप बहुखंडी को उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जरनल गुरमीत सिंह ने हिंदी एवं भाषा विज्ञान विषय में पीएचडी की उपाधि प्रदान की !
डॉ अनूप बहुखंडी ने अपना शोध कार्य “गढ़वाली लोकगीतों का भाषा वैज्ञानिक अध्ययन” विषय पर प्रो. दिनेश चंद्र चमोला के निर्देशन में पूरा किया ।
उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में वह पहले ऐसे स्कॉलर है जिन्होंने उत्तराखंड के लोक साहित्य विशेषकर गढ़वाली लोकगीतों पर शोध अपना शोध कार्य किया।
विदित हो इससे पहले भी *2016 में डॉ अनूप बहुखंडी को तत्कालीन उत्तराखंड के राज्यपाल डॉ के.के पॉल द्वारा विश्वविद्यालय के छठवें दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया था* । डॉ अनूप बहुखंडी *उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रोफेसर* के रूप अपना करियर बनाना चाहते हैं।
अपनी इस सफलता पर डॉ .अनूप बहुखंडी ने कहा कि इसका श्रेय मेरे माता-पिता और शोध निर्देश को दिया जिन्होंने मुझे इस कार्य के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो दिनेश चंद्र शास्त्री, कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी, प्रोफेसर दिनेश चमोला, शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. मनोज किशोर पंत , व्याकरण विभाग के अध्यक्ष डॉ. राकेश सिंह, आदि ने अनूप बहुखंडी को डॉक्टरेट की उपाधि मिलने पर बधाई दी। इस दौरान बधाई देने वालों में मनीष बहुखंडी, डॉ शिवचरण नौडियाल, डॉ ललित शर्मा, डॉ दीपक रतूड़ी, कपिल शर्मा जौनसारी, छात्र संघ, सचिव कार्तिक शर्मा, कोषाध्यक्ष पीयूष मलिक, सौरभ शर्मा, चेतन शर्मा सदस्य सहित विश्वविद्यालय के अन्य प्रोफेसर,अधिकारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।