Breakingउत्तर प्रदेशउत्तराखंडउत्तराखंडधार्मिकपर्यटनयूथराजनीतिराज्य

कावड़ मेले को लेकर इंटरस्टेट अधिकारियों में मंथन

मेला कंट्रोल रूम में अन्य राज्यों के अधिकारियों की हुई बैठक

हरिद्वार।

सावन कावड़ मेले को लेकर प्रदेश के मुख्य सचिव आनंद वर्धन व पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने केंद्रीय मेला कंट्रोल रूम में इंटरस्टेट अधिकारियों के साथ मेले को  सकुशल संपन्न करने के लिए मंथन किया। कावड़ मेले में आने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अलग-अलग बिंदुओं पर चर्चा की गई । डाक कावड़ में बढ़ती कावड़िया की संख्या के लिए रूट प्लान पर चर्चा की गई।

 मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने कहा कि उत्तर भारत में कावड़ मेला आस्था व धार्मिक यात्रा सबसे बड़ा आयोजन होता है। करीब 15 दिन चलने वाले मेले में अलग-अलग राज्यों से करोड़ों की तादाद में शिव भक्त गंगाजल लेने हरिद्वार पहुंचते हैं। कुछ कावड़िया गंगोत्री से भी गंगाजल लेकर अपने गंतव्य को लौटते हैं। आस्था के इस सैलाब में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सभी राज्यों के बीच आपसी तालमेल होना जरूरी है। कावड़ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को अपने-अपने राज्य पहले से ही ऐसी गाइडलाइन के साथ भेजा जाए ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े । कुछ समय पहले से कावड़ मेले के अंतिम दिनों में डाक कावड़ का प्रचलन तेजी से बड़ा है। डाक कावड़ में आने वाले कावड़ियों के बड़े-बड़े वाहनों को मार्ग से निकालने में यातायात व्यवस्था चरमरा जाती है। पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने कहा कि कावड़ मेला में शांति व्यवस्था पुलिस के लिए कोई चुनौती से कम नहीं है । पुलिस का हर जवान अपनी ड्यूटी जिम्मेदारी से करता है । कावड़ियों के साथ आने वाले कुछ शरारती तत्वों को नियंत्रण करना अहम है। कावड़िया शांतिपूर्ण माहौल में यात्रा करें । ऐसा कोई शस्त्र साथ में लेकर न चले जिससे भयावह माहौल पैदा हो। कावड़  मेला शुरू होने से पहले श्रद्धालुओं के लिए निर्धारित मार्ग को पहले से ही दुरुस्त करवा लिया जाए। जिससे वहां से गुजरने वाले कावड़ियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। डीजीपी ने जनपद पुलिस को मेला क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने के लिए निर्देश दिए।  मेले में आपसी समन्वय बनवाने के लिए एक दूसरे ताजा जानकारी लेते रहें। कावड़ मेले में हरियाणा दिल्ली उत्तर प्रदेश हिमाचल प्रदेश व राजस्थान से श्रद्धालुओं की संख्या तीर्थनगरी में पहुंचती है। 11 जुलाई से सावन मेले की शुरुआत हो जाएगी । 23 जुलाई तक चलने वाले मेले में 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है । कावड़ मेले में बढ़ती भीड़ को देख समय-समय पर यातायात व्यवस्था में भी परिवर्तन किया जाता है । वरिष्ठ  पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने अन्य राज्यों से आए अधिकारियों का सम्मान किया। बैठक में मौजूद सभी अधिकारी  कावड़ मेले को आपसी समन्वय से सकुशल संपन्न करने के लिए आश्वस्त नजर आए। 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!