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केदारनाथ धाम में फटा ग्लेशियर

-माक ड्रिल के जरिये परखी आपदा एवं भूकंप से निपटने की तैयारी
-रुद्रप्रयाग में आया 6.7 तीव्रता का भूकंप
-जगह-जगह स्थानीय लोग आये मलबे की चपेट में
रुद्रप्रयाग। जनपद में शनिवार प्रातः नौ बजकर 45 मिनट पर 6.7 तीव्रता का भूकंप आ गया और अनेक क्षेत्रों में व्यापक नुकसान हो गया। जिसके बाद जिला प्रशासन की राहत एवं बचाव कार्य की टीमे अलग-लग क्षेत्रों में पहुंची और घायलों को चिकित्सालय पहुंचाने के साथ ही अन्य राहत कार्यों में जुट गई।
दरअसल, किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिये जिला स्तर पर माक ड्रिल का आयोजन किया गया। मिली जानकारी के अनुसार भूकंप के झटके आने के बाद जिला चिकित्सालय कोटेश्वर में भवन को क्षति पहुंची है तथा उद्योग विभाग भवन भटवाड़ी सैंण भी भूकम्प के कारण प्रभावित हुआ है। जवाड़ी बायपास सड़क मार्ग पर गंभीर भू-धंसाव होने से एक मैक्स वाहन गहरी खाई में गिर गया है, जिसमें सवारों की स्थिति का पता लगाया जा रहा है। इसके अलावा प्रात: दस बजे मेघा कंपनी द्वारा सूचना दी गई कि निर्माणाधीन रेलवे सुरंग सुमेरपुर में भूकंप आने के बाद भारी मलबे के प्रवेश के कारण सुरंग बंद हो गई है। सुरंग के भीतर 40 से 50 श्रमिकों के फंसे होने की आशंका है। राहत दल मौके के लिए रवाना हो चुके हैं और सुरंग की स्थिरता का आकलन किया जा रहा है। इसी तरह अगस्त्यमुनि में भू-धसाव होन के साथ ही केदारनाथ में ग्लेशियर खिसकने की सूचना प्राप्त हुई। तमान घटनाओं के बाद प्रशासन अलर्ट मोड़ पर आ गया और जगह-जगह राहत टीमे भेजी गई। उच्चाधिकारियों द्वारा सभी संबंधित विभागों को निम्न निर्देश जारी किए गए हैं कि सभी राहत एवं बचाव दलों को तत्काल घटनास्थल पर भेजा जाय, एम्बुलेंस, मेडिकल टीम, आवश्यक दवाइयां और उपकरण तैयार रखें, प्रभावित क्षेत्रों में संचार बहाली, वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण सुनिश्चित किया जाय। वहीं जनपद स्तरीय आईआरएस सिस्टम पूर्ण सक्रिय कर दिया गया है। जनपद प्रशासन लगातार स्थिति की समीक्षा कर रहा है तथा आमजन से अपील है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और आधिकारिक सूचना पर ही भरोसा करें।

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