देहरादून। राजनीति भी क्या अजब गजब तमाशा है। एक तरफ छात्र संगठनों और युवा बेरोजगार मंच से युवाओं और छात्रों द्वारा पेपर लीक को लेकर राजधानी की सड़कों पर संग्राम चल रहा है वहीं दूसरी तरफ सत्ता पक्ष इसे सरकार के खिलाफ षड्यंत्र बताकर दरकिनार करने की कोशिशों में जुटा है। वहीं बेरोजगारों के आंदोलन के दौरान आज भारी भीड़ नजर आयी।
युवा बेरोजगारों के इस आंदोलन की अगुवाई करने वाले बॉबी पंवार तथा उनके साथियों ने आज एक ऐसी घटना का खुलासा मीडिया के सामने किया है जो हैरान करने वाला है। कोई पेपर लीक नहीं हुआ इसे साबित करने के लिए तीनकृचार बसों में स्कूली छात्रों को देहरादून ले जाने तथा उनसे परीक्षा का परिणाम जारी करो, के नारे लगवाए जाने की घटना का खुलासा करते हुए बॉबी पंवार ने कहां है कि सरकार नकल माफियाओं को संरक्षण देने के लिए स्कूली बच्चों का प्रयोग किए जाने का जघन्य अपराध करने के साथकृसाथ आंदोलित छात्रों के खिलाफ षडयंत्र कर रही है। उन्होंने सीएम धामी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
उन्होंने बताया कि आज हमारा युवाओं से दून चलो का आह्वान किया गया था। जिसकी आड़ में एक षड्यंत्र के तहत हरिद्वार से चारकृपांच बसों में स्कूली छात्रों को भरकर रात के अंधेरे में दून के एकता विहार में लाया गया जहां इन छात्रों से परीक्षा परिणाम घोषित करो के नारे लगवाए गए। जिसकी भनक उनके सहयोगियों को लगी तो वह एकता विहार पहुंचे तो इन बच्चों को बसों में भरकर ले जाया जाने लगा। मगर हमारे सहयोगियों ने उनकी बसों को नेपाली फार्म पर पकड़ लिया बच्चों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह हरिद्वार के हर्ष स्कूल के छात्र हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री से पुरस्कार दिलाने का झांसा देकर लाया गया था। उन्होंने बताया कि हर्ष कुमार भाजपा के ब्लॉक प्रमुख है तथा रामपाल प्रधान जो भाजपा के हैं। उनके द्वारा इन्हें दून लाया गया था। खुलासा यह भी हुआ कि इन बच्चों के लिए 400 फूड पैकेट हरिद्वार के जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराए गए थे, इसके सारे सबूत उनके पास हैं। बॉबी पवार का कहना है कि माफिया को बचाने के लिए और अपनी कमियों को छिपाने के लिए सीएम धामी बच्चों का इस्तेमाल कर रहे हैं जो सिर्फ षड्यंत्र ही नहीं गंभीर अपराध भी है। उन्होंने हरिद्वार के पुलिस अधिकारी पर सीएम के साथ इस षड्यंत्र में शामिल होने व माफिया को बचाने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार अब चाहे जो कर ले इस प्रदेश के युवा षडयंत्रों से नहीं डरेंगे।




