रुड़की। उत्तराखंड वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष बनने के बाद शादाब शम्स पहली बार पिरान कलियर पहुंचे। यहां उन्होंने विश्व प्रसिद्ध दरगाह साबिर पाक में हाजिरी लगाई और देश में अमनो चेन की दुआएं मांगी। इस दौरान उन्होंने अपने उस बयान पर भी सफाई दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि पिरान कलियर जिस्मफरोशी का अड्डा बनता जा रहा है।
शादाब शम्स ने कहा कि पिरान कलियर सिर्फ आस्ताने का नाम नहीं है। पिरान कलियर एक विधानसभा क्षेत्र है और कलियर गांव का नाम है। उन्होंने पूरे पिरान कलियर क्षेत्र की बात की थी। उन्होंने कहा कि मेरी दरगाह शरीफ में गहरी आस्था है और मैं तो क्या कोई और भी दरगाह के लिए गलत नहीं बोल सकता। उन्होंने कहा कि पिरान कलियर क्षेत्र में जो गंदगी है, उसे सब मिलकर साफ करेंगे।
उन्होंने कहा कि कई मौलानाओं और प्रतिनिधिमंडल ने उनको ये जानकारी दी कि पिरान कलियर में खूब गंदगी भरी पड़ी है, जिसके चलते उनका जीना मुहाल है। इसी को लेकर उन्होंने कहा था कि पिरान कलियर में जितनी भी गंदगी है उसे पूरी तरह से साफ किया जाएगा। दरगाह साबिर पाक में उनकी गहरी आस्था है और आज वो जो कुछ भी हैं इसी दरबार की देन है। बीते दिनों ही उत्तराखंड वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष बनने के बाद बीजेपी नेता शादाब शम्स ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि पिरान कलियर जिस्मफरोशी और नशे का अड्डा बनता जा रहा है। शादाब शम्स के इस बयान की चारों तरफ निंदा हो रही है। हालांकि बुधवार को जब वे दरगाह साबिर पाक में हाजिरी लगाने पिरान कलियर पहुंचे तो उन्होंने अपने इस बयान पर सफाई दी